वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने रोहिणी आचार्य के इस ऐलान के बाद निशाना साथा, उन्होंने ट्वीट कर कहा-आज जमानत पर उनकी रिहाई के लिए परिवार के जो सदस्य व्रत और रोजा, दोनों रखने करने की बात कर रहे हैं, वे दरअसल किसी भी उपासना पद्धिति के प्रति ईमानदार नहीं हैं। उससे कुछ होने वाला नहीं। लालू परिवार सत्ता और सम्पत्ति के लिए ईश्वर- छठी मइया और अल्ला को भी धोखा देने की कोशिश करता रहा। लालू प्रसाद न ठीक से हिंदू हो पाये, न इस्लाम की शिक्षा ग्रहण कर पाये। कोई भी धर्म गरीबों-दलितों को सताने की इजाजत नहीं देता। उन्हें न्यायिक प्रक्रिया की तरह जो सजा मिली है, उसे पूरा कर अपने किये का प्रायश्चित करना चाहिए।