किले का घेरा 45 किमी तक फैला हुआ है। 83 दरवाजे हैं और 1500मीटर महल की ऊंचाई है।, जिनमें मुख्य चार-घोड़ाघाट, राजघाट, कठौतियाघाट व मेढ़ाघाट हैं। प्रवेश द्वार पर निर्मित हाथी, दरवाजों के बुर्ज, दीवारों पर पेंटिंग अद्भुत है। रंगमहल, शीश महल, पंचमहल, खूंटा महल, रानी का झरोखा, मानसिंह की कचहरी आज भी मौजूद हैं।