Published : Sep 05, 2022, 11:17 AM ISTUpdated : Sep 05, 2022, 11:21 AM IST
एंटरटेनमेंट डेस्क. टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) का निधन हो गया है। अहमदाबाद से मुंबई आने के दौरान उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई थी। इसी बीच ये जानकारी वायरल हो रही है कि साइरस मिस्त्री का बॉलीवुड की कल्ट फिल्मों में एक मुगल-ए-आजम (Mughal-e-Azam) से खास नाता है। दरअसल, 62 साल पहले आई इस फिल्म को स्टर्लिंग इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के तहत बनाया गया था, जिसके मालिक साइरस मिस्त्री के दादाजी शापूरजी पालोनजी थे। उन्होंने इस फिल्म में करोड़ों रुपए लगाए थे। 1960 में आई फिल्म में पृथ्वीराज कपूर (Prithviraj Kapoor), दिलीप कुमार (Dilp Kumar) और मधुबाला (Madhubala) लीड रोल में थे। इस फिल्म को आज भी याद किया जाता है। इस फिल्म के भव्य सेट्स और खूबसूरती को लोग आज भी नहीं भूला पाए हैं। नीचे पढ़ें 14 साल में बनकर तैयार हुई फिल्म मुगर-ए-आजम से साइरस मिस्त्री के दादाजी का कलेक्शन...
आपको बता दें कि 62 साल पहले आई फिल्म मुगल-ए-आजम को पूरा करने में करीब 14 साल लगे थे। और यहीं वजह है कि फिल्म पर करोडों रुपए खर्च, जिसका अंदाजा फिल्म देखकर लगाया जा सकता है।
28
आपको बता दें कि उस जमाने में इस फिल्म को बनाने में साइरस मिस्त्री के दादाजी शपूरजी पालोनजी ने तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए थे।
38
फिल्म की भव्यता और भारी भरकम स्टार कास्ट की फीस की वजह से फिल्म का बजट बढ़ गया था। फिर भी शपूरजी पालोनजी ने फिल्म को बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और पैसों की परवाह नहीं की थी।
48
कहा जाता है कि फिल्म बनने में लंबा समय लग रहा था और शपूरजी पालोनजी के लिए समय ऐसा भी जब उन्होंने फिल्म में पैसे लगाने से हाथ पीछे खींच लिए थे।
58
आपको जानकर हैरानी होगी फिल्म के गाने जब प्यार किया तो डरना क्या.. की शूटिंग करने में 15 लाख रुपए खर्च हुए थे। इस गाने की शूटिंग के लिए लाहौर में एक शीशों के महल का सेट बनाया गया था।
68
बता दें कि महज इस गाने की शूटिंग करने के लिए 2 साल का समय लगा था, इसकी वजह यह थी कि डायरेक्टर के आसीफ को कई बार सेट वो चीज नहीं मिल पाती थी जो वो चाहते थे। यहीं वजह है कि सेट को बार-बार तोड़कर नया बनाया जाता था।
78
इस बड़े बजट की फिल्म को लेकर पालोनजी को भरोसा था कि मुगल-ए-आजम बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनाएंगी और भरोसा सही साबित हुआ। रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म ने केवल भारत में ही 11 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था।
88
फिल्म से जुड़ा एक सच यह भी है कि यह फिल्म पहले 1940 में रिलीज होने वाली, जिसमें सप्रू चंद्रमोहन और नरगिस लीड रोल में थे। लेकिन बाद में इसे नई स्टार कास्ट के साथ बनाया और 1960 में यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई।