मुकेश अंबानी के पास अमेरिका की इतनी GDP के बराबर संपत्ति, खरीद सकते हैं इतना सोना
बिजनेस डेस्क: कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुकेश अंबानी ने मदद का हाथ बढ़ाया है। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने पीएम-केयर्स फंड (PM Care Fund) में 500 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। कंपनी ने बयान में कहा है कि 5-5 करोड़ रुपये रिलायंस महाराष्ट्र और गुजरात मुख्यमंत्री राहत कोष में भी देगी। मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं जिनके पास रिलायंस इंडस्ट्रीज का 42 फीसदी हिस्सा है। आज हम बताएंगे की मुकेश अंबानी के पास कितनी संपत्ति है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी के पास 39 बिलियन डॉलर (लगभग 3 लाख करोड़ रुपए) की संपत्ति है। ये आकड़ा अमेरिका के इकॉनमी का 0.191 फीसदी है। आसान शब्दों में बताएं तो मुकेश अंबानी की पूरी दौलत से लगभग 77 करोड़ ग्राम सोना खरीदा जा सकता है।
मुकेश अंबानी के दौलत का मुख्य स्रोत उनकी कंपनी है मुकेश अंबानी दुनिया के सबसे बड़े ऑइल रिफाइनरी (जामनगर, गुजरात) के मालिक हैं। इसके अलावा मुकेश अंबानी भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम नेटवर्क कंपनी जियो के भी मालिक हैं। मुकेश अंबानी दुनिया के सबसे महंगे घर 'एंटीलिया' के मालिक हैं बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक 27 मंजिला की इस घर की कीमत 10,000 हजार करोड़ रुपए है।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते शेयर मार्केट गिरने से रिलायंस के शेयर में भारी गिरावट आई थी जिससे मुकेश अंबानी को काफी नुकसान हुआ था। इस मार्केट क्रैश में अंबानी ने अपनी 42 फीसदी दौलत गंवा दी थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से मार्केट संभलने के बाद रिलायंस के शेयर के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
कोरोनावायरस के चलते देश में सभी बिजनेसमैन ने दान किया है। इस लिस्ट में भी मुकेश अंबानी किसी से पीछे नहीं हैं उन्होंने पीएम-केयर्स फंड में 500 करोड़ रुपये का योगदान दिया। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी। इसके अलावा कंपनी ने महाराष्ट्र और गुजरात मुख्यमंत्री राहत कोष में 5-5 करोड़ रुपये का योगदान भी दिया।
रिलायंस फाउंडेशन ने कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के लिये 100 बिस्तरों का अस्पताल मात्र 2 हफ्तों में तैयार किया था। इसके अलावा रिलायंस ने कहा है कि वह 5 लाख लोगों को अगले 10 दिनों तक खाना भी मुहैया कराएगी। यानी 50 लाख लोगों के खानों का इंतजाम किया जा रहा है। इस क्षमता को भविष्य में और बढ़ाया जाएगा।
इन सबके अलावा रिलायंस पर करीब 1.5 लाख करोड़ रुपए का कर्ज भी है जिसे कंपनी 2021 तक शुन्य पर लाना चाहती है इसके लिए रिलायंस अपने कंपनियों में कुछ हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है।
रिलायंस को कर्जमुक्त बनाने के लिए तीन बड़े सौदे पर बात चल रही है, जिसमें 1.1 लाख करोड़ रुपये की पहली डील रिलायंस और सऊदी अरामको के बीच है, दूसरी डील बीपी पीएलसी (ब्रिटिश पेट्रोलियम) के साथ 7,000 करोड़ रुपये की है और तीसरी रिलायंस जियो के टावर इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (इन्विट) में हिस्सेदारी बेचने की है। हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कंपनी जियो की 10 फीसदी हिस्सेदारी फेसबुक को बेच सकती है। लेकिन कंपनी ने इन रिपोर्ट्स पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी।
गौरतलब है कि आरआईएल ने पिछले पांच वर्षों में 5.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। जिसमें से अकेले Jio के बिज़नेस को बनाने के लिए 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं बाकी के पैसे पेट्रोकेमिकल और रिलायंस रिटेल के नेटवर्क के विस्तार के लिए खर्च किया गया है।