सरकार की मदद के लिए आगे आए मुकेश अंबानी, ये है कोरोना वायरस से लड़ने का 'मेगा प्लान'
बिजनेस डेस्क: कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए पूरा देश एकजुट हो रहा है। इसी तरह मुकेश अंबानी की आरआईएल ने सरकार की मदद करने के लिए अपने सभी कंपनी रिलायंस रिटेल, जियो और रिलायंस फाउंडेशन के साथ एक मेगा प्लान लॉन्च करने वाली हैं जिससे कोरोना को जल्द से जल्द हराया जा सके। इस क्रम में रिलायंस ने कई जरूरी फैसले लिए हैं जिससे वो सरकार की इस महामारी से लड़ने में मदद कर सकेंगे। आइए जानते हैं की रिलायंस कोरोना को हराने के लिए कौन-कौन से कदम उठा रहा हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 23, 2020 6:17 PM IST / Updated: Mar 24 2020, 05:52 PM IST
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए उत्पादन क्षमता बढ़ाकर एक लाख मास्क प्रतिदिन करने, कोविड 19 के मरीजों को ले जाने वाले वाहनों को मुफ्त ईंधन देने तथा विभिन्न शहरों में मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने का फैसला लिया है।
रिलायंस ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसकी सीएसआर (कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी) इकाई द्वारा संचालित अस्पताल ने अपने एक अस्पताल में कोरोना वायरस मरीजों के लिये 100 बेड वाली एक यूनिट भी तैयार की है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी कहा कि अगर इस संकट के कारण उसका काम रूकता है तो भी वह पर्मनंट और कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों को पूरी सैलरी देगी।
कंपनी ने कहा की कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को ले जाने वाले इमरजेंसी व्हीकल को मुफ्त में ईंधन उपलब्ध कराएगी। वहीं रिलायंस फाउंडेशन उन लोगों को मुफ्त में खाना उपलब्ध कराएगी जिनकी इस महामारी के कारण रोजी-रोटी प्रभावित हुई है।
जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड महाराष्ट्र सरकार के राहत कोष में 5 करोड़ रुपये का दान करेगी, उसने यह भी घोषणा की है कि वह देश के मजदूरों और वर्कर्स के लिए फेस मास्क और PPT सूट तैयार करेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "रिलायंस इंडस्ट्रीज, रिलायंस रिटेल, Jio, Reliance Life Sciences, Reliance Industries, और Reliance परिवार के सभी 6,00,000 सदस्यों की संयुक्त ताकत से COVID -19 के खिलाफ इस एक्शन प्लान की तैयारी में है।"
गौरतलब है की रिलायंस ने इससे पहले अपने कर्मचारियों को इस जानलेवा वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कई कदम उठाए थे जिसमें उन्हें वर्क फ्रॉम होम जैसे आप्शन दिए गए थे और इसके अलावा उन्हें कई सारी और सुविधाएं भी दी गई थी जिससे उन्हें इस वायरस के संक्रमण से बचाया जा सके।
रिलायंस के ये फैसला ऐसे वक्त में आया है जब कंपनी को शेयर मार्केट गिर जाने से काफी नुकसान हुआ है। बिजनेस इनसाइडर की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी की मौजूदा नेट वर्थ में 41% की गिरावट आई है ये उनकी पिछले साल की कमाई से भी ज्यादा है।
मुकेश अंबानी के अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा कोरोना वायरस से जारी लड़ाई में सरकार और सेना का साथ देने वाले पहले उद्योगपति हैं। आनंद महिंद्रा ने ऐलान किया कि उनकी कंपनी तुरंत इन संभावनाओं पर काम करना शुरू कर रही है कि कैसे उनकी निर्माण इकाइयों में वेंटिलेटर तैयार किए जा सकते हैं। साथ ही, उन्होंने कहा है की वो अपनी 100% सैलरी स्वेच्छा से कॉन्ट्रिब्यूट करेंगे और आने वाले महीनों में भी योगदान करेंगे।
इसी क्रम में वेदांत रिसोर्सेज लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने भी सरकार की मदद के लिए 100 करोड़ का योगदान दिया है। इसके अलावा पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कोरोना वायरस की दवा विकसित करने के लिए भारतीय शोधकर्ताओं को पांच करोड़ रुपये देने की बात कही है।