यस बैंक वाले राणा कपूर ने काली कमाई से खरीदा ये सब, पूरी लिस्ट देखकर घूम जाएगा माथा
बिजनेस डेस्क: फैमिली का ज्वेलरी बिजनेस छोड़ कर बैंकिंग बिजनेस में कदम रखने वाले यस बैंक के राणा कपूर आज ED की गिरफ्त में हैं। यस बैंक को लेकर उनकी नीतियों का नतीजा है की आज देश का चौथा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक जांच एजेंसी के रडार पर है। अरबपतियों की लिस्ट में आने के एक साल बाद, कपूर की हालत तब खराब होने लगी जब भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने उनसे जनवरी 2019 तक यस बैंक के सीईओ के रूप में अपने पद से हटने को कहा। इसके बाद जुलाई तक,यस बैंक के शेयर की कीमत 78% घट गई जिसके बाद कपूर की संपत्ति घट के 377 मिलियन डॉलर (270 करोड़ रुपए) रह गई।
Asianet News Hindi | Published : Mar 16, 2020 2:47 PM IST / Updated: Mar 16 2020, 08:21 PM IST
लेकिन कपूर से ज्यादा उनके बैंक की तब हालत खराब हो गई जब उनके कार्यकाल में बैंक द्वारा दिया गया 30,000 हजार करोड़ का लोन डूब गया। जिसके लिए ED ने उन्हें जिम्मेदार ठहराया, उनकी गिरफ्तारी के बाद ED को 78 शेल कंपनी का पता चला। इन कंपनियों पर आरोप है की ये राणा कपूर को उन लोन को पास करने का कमीशन देतीं थीं जो दुसरे बैंक शायद ही पास करते।
जांच के अनुसार कपूर को इन कंपनियों से 5,000 करोड़ का कमीशन मिला। इन पैसों से कपूर ने न्यूयॉर्क और लंदन में होटल, दिल्ली और मुंबई में बंगले, फ्लैट्स और कई महंगी पेंटिंग्स खरीदे। ED के जांच रडार में राणा कपूर की पत्नी बिंदु कपूर और उनकी तीन बेटियां रोशनी, राधा और राखी कपूर भी हैं। जांच में मिली 78 शेल कंपनी में से कईयों के तार राणा कपूर की पत्नी और उनकी बेटियों से जुड़े हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को मनी लॉन्डरिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा मुंबई में कपूर के घर समुद्र महल और उनके ऑफिस बालार्ड एस्टेट स्थित कार्यालय पर भी छापा मारा गया।
ईडी ने पाया कि राणा कपूर और उनके परिवार के पास 78 से अधिक शेल कंपनियां थीं, जो रिश्वत और संपत्तियों में निवेश करने के लिए बनाई गई थीं। ये सभी कंपनियां या तो सीधे कपूर के नियंत्रण में थीं या उनकी पत्नी और बेटियों के नियंत्रण में थीं। उनकी पत्नी बिंदू कपूर इनमें से कम से कम 42 कंपनियों की निदेशक थीं। इन कंपनियों पर कथित तौर पर आरोप है की इन्होंने 2,000 करोड़ से अधिक की संपत्ति में निवेश किया जो ED के निशाने पर हैं। एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि उन संपत्तियों का मौजूदा कीमत 5,000 करोड़ से ऊपर है।
उनकी विदेशी संपत्तियों में दो लक्जरी होटल शामिल हैं - जिनमें से एक न्यूयॉर्क (148 करोड़ रुपए) और एक लंदन में (270 करोड़ रुपए) में है - इसके अलावा लंदन में दो अपार्टमेंट जिनकी कीमत 100 करोड़ रुपए के आसपास है , इसके अलावा इनके पास एक लग्जरी यॉट भी है। भारत में, कपूर के पास दिल्ली में छह शानदार बंगले हैं, ये बंगले जोर बाग, हौज़ खास और कौटिल्य मार्ग में स्थित हैं। इनमें से दो बंगले को ब्लिस एडोब नामक कंपनी द्वारा खरीदा गया था, जिसमें बिंदू कपूर निदेशक हैं।
इसके अलावा अमृता शेरगिल मार्ग पर संपत्ति अवंथा रियल्टी द्वारा नीलाम की गई थी जिसे ब्लिस एबोड ने खरीदा था। संयोगवश, यस बैंक का ने अवंथा रियल्टी को 500 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था। सरदार पटेल मार्ग पर अन्य घर कपूर के शेल कॉर्पोरेशन ब्लिस होम द्वारा खरीदा गया था। ED की जाँच में पाया गया कि मकान पहले विजय माल्या का था। यह भी पाया गया कि कपूर के पास मुंबई और उसके उपनगरों में छह फ्लैट और जमीन भी है।
उनके मुंबई निवास पर छापे के दौरान, ED ने अपने घर से लगभग 50 पेंटिंग्स जब्त कीं। इन पेंटिग्स में से एक - एमएफ हुसैन द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बनाई गई थी जिसे कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कपूर को 2 करोड़ में बेचा था। कांग्रेस पार्टी का कहना है की यह एक पारदर्शी लेनदेन था जिसका भुगतान चेक से किया गया था, जिसका हिसाब इनकम टैक्स रिटर्न में भी दिखाया गया था।
इस वक्त राणा कपूर ED की गिरफ्त में हैं। उनके पूरे परिवार से पूछताछ चल रही है। इसके अलावा राणा कपूर और उनके परिवार के खिलाफ लुक-आउट नोटिस भी जारी किया गया है ताकि वो देश छोड़कर न भाग सके।
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने 5 मार्च को यस बैंक के कामकाज पर पाबंदी लगा दी थी। बैंक के ग्राहकों के लिये 3 अप्रैल तक खाते से 50 हजार रुपये तक की निकासी सीमा तय कर दी गई थी। बहरहाल, शनिवार को जारी अधिसूचना में सरकार ने कहा कि बैंक पर लगी इस रोक को 18 मार्च शाम छह बजे उठा लिया जायेगा। जिसके बाद ग्राहक अपने अकाउंट से पैसे निकल सकेंगे।