रावत फिर अमेरिका से लौट आये और उसके बाद उन्होंने आर्मी में शामिल होने का मन बनाया। उन्हें अपने प्रयासों में सफलता 16 दिसंबर 1978 में मिली। उन्हें गोरखा 11 राइफल्स की 5वीं बटालियन में शामिल किया गया। यहीं से उनका सैन्य सफर शुरू हुआ।
यहाँ उन्हें सेना के अनेक नियमों और टीम वर्क समझने का मौका मिला। गोरखा में रहते हुए उन्होंने आर्मी की अनेक जैसे Crops,GOC-C, SOUTHERN COMMAND, IMA DEHRADUN , MILLTERY OPREATIONS DIRECTORET में LOGISTICS STAFF OFFICER के पद पर भी काम किया है।