तैयारी-योजना पर सही सलाह कहां से मिली तो सादगी भरे अंदाज़ में लखन ने कहा, “ये मेरा दुर्भाग्य ही रहा कि मेरे जीवन में सिविल सेवा क्षेत्र से संबंधित कोई अनुभवी व्यक्ति नही रहा जो मुझे सही समय पर सही सलाह दे। अपनी समझ के अनुरूप मैंने खान स्टडी ग्रुप, जयपुर से कोचिंग की और अपनी तैयारी का एक आधार तैयार किया। फिर, राजेश मिश्र सर का वैकल्पिक विषय राजनीतिक विज्ञान एवम अंतरराष्ट्रीय संबंध में महत्वपूर्ण योगदान मिला। साथ ही कुछ मदद मैंने शुभ्रा रंजन मैम के नोट्स से भी ली। इसके अलावा मैंने अपनी गलतियों से ही सीख ली।
भविष्य में सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने वाले हिन्दी माध्यम के उम्मीदवारों को प्रेरित करने हेतु लखन का संदेश -
“औसत मेहनत करने से औसत परिणाम ही मिलेंगे।
कुछ बड़ा करना है तो बड़ी मेहनत से नही डरना है
और विफलता से तो बिल्कुल भी नही डरना है।
जब तक तोड़ेंगे नही, छोड़ेंगे नही"
इस अभिवृत्ति के साथ तैयारी करें।