किंजल ने जब देखा कि उनकी मां की तबियत तेजी से बिगडती जा रही है तब उन्होंने मां से एक वादा किया , उन्होंने कहा कि उनकी दोनों बेटियां प्रशासनिक अफसर बन कर उनका सपना पूरा करेंगी। किंजल के इस शब्द ने उनकी मां को बेहद सुकून दिया। लेकिन बीमारी से लड़ते हुए साल 2004 में उन्होंने दम तोड़ दिया।