नागपुर में जन्मे सैयद साधारण किसान परिवार से हैं। उनके पिता केवल तीसरी क्लास तक पढ़े हैं और सरकारी विभाग के चतुर्थ क्लास कर्मचारी से रिटायर्ड हैं। उनकी मां भी सातवीं क्लास तक ही पढ़ी हैं। सैयद का मन बचपन से पढ़ाई में ज्यादा नहीं लगता था। ऐसे बहुत से बच्चे होते हैं जो स्कूल में पढ़ाई से दूर भागते हैं। जैसे तैसे वे इंटरमीडिएट तो पहुंच गए लेकिन बोर्ड परीक्षा में फेल हो गए। इसके बाद उन्हें लोगों के खूब ताने सहने पड़े। लोगों ने फेल-फेल कहकर मजाक उड़ाया।