अनुराग का जुनून था वो IAS ही बनेंगे इसलिए पहली बार में सफल होकर भी संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने फिर परीक्षा दी। इन्होंने अपनी गलतियों से बहुत कुछ सीखा और मेहनत कर दोबारा यूपीएससी परीक्षा दी। दूसरी बार में इन्होंने टॉप कर लिया और उसमें 48वीं रैंक हासिल करके IAS का पद पाया।
इस बारे में अनुराग यही सलाह देते हैं कि यह परीक्षा बाकी कांपटीटिव एग्जाम्स से अलग है, क्योंकि इसे देने वाले हर कैंडिडेट के पास यहां आने का खास कारण होता है, पैशन होता है जो इस क्षेत्र में उसे लाता है। आपका कांपटीशन ऐसे ही लोगों से हैं इसलिए जरूरी है कि आपके अंदर भी एक पैशन हो जो पूरी जर्नी के दौरान आपको मोटिवेटेड रखे। (फोटो सोर्स: अनुराग ट्विटर अकाउंट से)