इस लड़के ने कम उम्र में छोड़ दिया था घर, IAS बनकर लौटा तो किसी को नहीं हुआ भरोसा
यूपीएससी की परीक्षा में साल 2018 में बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा के रहने वाले सुमित कुमार ने 53वीं रैंक हासिल की। उन्होंने लगातार दूसरी बार यह सफलता पाई है। सुमित कुमार के पिता का नाम सुशील कुमार वर्णवाल है और उनकी मां का नाम मीना देवी है। देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा के लिए उनका चयन होने पर उनके परिवार के साथ ही इलाके के लोग भी काफी खुश हैं। बता दें कि अमित कुमार ने 8 साल की उम्र में ही पढ़ाई के लिए घर छोड़ दिया था। उस समय कौन जानता था कि यह लड़का एक आईएएस अफसर बन कर वापस आएगा। सुमित कुमार को 2017 की यूपीएससी परीक्षा में 493वीं रैंक मिली थी और डिफेंस कैडर मिला था। सुमित ने 2007 में मैट्रिक और 2009 में इंटर की परीक्षा पास की। 2009 में ही उनका चयन आईआईटी के लिए हुआ और उन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाने के लिए सुमित कुमार ने कई बातें पर खास जोर दिया है, जिन्हें जानना प्रत्याशियों के लिए जरूरी होगा।
Asianet News Hindi | Published : Nov 27, 2019 6:07 AM IST / Updated: Nov 27 2019, 11:44 AM IST
सुमित कुमार का कहना है कि यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने के लिए प्रीलिम्स और मेन्स के साथ इंटरव्यू की तैयारी पर जोर देना बहुत जरूरी है। कई कैंडिडेट्स इसी में पिछड़ जाते हैं, क्योंकि वे इसके लिए खास तौर पर स्ट्रैटजी नहीं बना पाते।
सुमित कुमार ने कहा कि इंटरव्यू के दौरान अलग-अलग कैंडिडेट्स से जो सवाल पूछे जाते हैं, वे उनके डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म में दी गई जानकारियों के आधार पर पूछे जाते हैं। हर कैंडिडेट की जानकारी किस क्षेत्र में ज्यादा है, उसकी रुचियां क्या हैं, इंटरव्यू में सवाल पूछते हुए सबका ध्यान रखा जाता है। इसलिए इस फॉर्म मे सही जानकारी देनी चाहिए।
सुमित का कहना था कि इंटरव्यू के लिए प्रैक्टिस करना जरूरी है। मॉक इंटरव्यू से काफी फायदा होता है। इसके अलावा, इंटरव्यू के दौरान बॉडी लैंग्वेज पर भी खास ध्यान रखना जरूरी है। मिरर के सामने भी प्रैक्टिस की जा सकती है। उनका कहना था कि कई बार हम जानते हुए भी समय पर सवाल का सही जवाब नहीं दे पाते। ऐसा घबराहट के कारण होता है। इसलिए सेल्फ कॉन्फिडेंस बनाए रखने की भी प्रैक्टिस करनी चाहिए।
सुमित कुमार का कहना था कि ज्यादातर कैंडिडेट इंटरव्यू में इसलिए रिजेक्ट हो जाते हैं, क्योंकि वे सवालों के संतुलित उत्तर नहीं दे पाते। इंटरव्यू के दौरान संक्षिप्त और सटीक जवाब देना चाहिए। किसी सवाल का जवाब नहीं आए तो यह कहने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए कि आप नहीं जानते। इसका पॉजिटिव असर पड़ता है।
फुर्सत के पलों में बाइक की सवारी कर एन्जॉय करते हुए सुमित कुमार। यूपीएससी परीक्षा के कैंडिडेट्स के लिए उनका यही संदेश है कि वे आपने माहौल के प्रति जागरूक रहें। इंटरव्यू में ज्यादातर सवाल करंट अफेयर्स से भी जुड़े होते हैं, इसलिए अखबार और मैगजीन हमेशा पढ़ते रहें।