करियर डेस्क. UPSC Success Tips: दोस्तों, हर साल यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा होती है। इस बार जून में प्रीलिम्स की परीक्षा होनी है। सैकड़ों कैंडिडेट्स इसकी तैयारी में जुटे हैं। सिविल सेवा परीक्षा में अंग्रेजी मीडियम के कैंडिडेट्स ज्यादा सफल होते हैं। ऐसा पिछले कुछ सालों के रिजल्ट में लगातार देखा जा रहा है। इसलिए कैंडिडेट्स हिंदी में परीक्षा देने से कतराते हैं। हालांकि बहुत से कैंडिडेट्स ने इस परीक्षा को न सिर्फ पास किया है बल्कि टॉप करके दिखाया है। ऐसे ही बिहार की ऋचा रत्नम ने हिंदी भाषा से सिविल सेवा परीक्षा देकर मेरिट लिस्ट में अपना अर्जित करवाया। हालांकि ऋचा के लिए हिंदी में परीक्षा देना एक कठिन सफर था क्योंकि हिंदी भाषा में UPSC का स्टडी मटेरियल मिल पाना काफी मुश्किल था। परन्तु ऋचा ने हार नहीं मानी और 4 असफल प्रयासों के बावजूद उन्होंने UPSC की तैयारी जारी रखी और 2019 में अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। आइये जानते हैं ऋचा ने अपने इस कठिन सफर में किन किन चुनौतियों का सामना कर सफलता प्राप्त की-