करियर डेस्क. मां के ममता की छांव में पल-बढ़ कर बड़ा आदमी बनते तो बहुतों को देखा होगा। लेकिन मदर्स डे के इस मौके अपर हम आपको एक ऐसी मां से रूबरू करवाने जा रहे हैं जिसने अपना पूरा जीवन अपने बच्चों की परवरिश और उन्हें काबिल बनाने के लिए कुर्बान कर दिया। इस विधवा मां की कुर्बानी तब सफल हुई जब उसकी तीन बेटियां एक साथ प्रशासनिक सेवाओं के लिए चयनित हुईं। आज हम बात कर रहे हैं राजस्थान प्रशासनिक सेवा में कार्यरत तीन सगी बहनों कमला चौधरी, गीता चौधरी और ममता चौधरी की विधवा मां मीरा देवी की। पति की मौत के बाद अकेले गृहस्थी की गाड़ी व चार बच्चों की परवरिश का भार उठाने वाली इस मां को मदर्स डे के अवसर पर दिल से सैल्यूट है।