राजस्थान के जयपुर जिले के सारंग का बास गांव में रहनेवाली 55 वर्षीय मीरा देवी के पति की मौत बहुत पहले हो गई थी। पति की मौत के बाद उसके चार बच्चों के सर से पिता का साया उठ गया था। इस गरीब महिला के पति की अंतिम इच्छा थी कि उसकी तीनों बेटियां पढ़-लिखकर बड़ी अफसर बनें, इसलिए अपने पति की मौत के बाद मीरा देवी ने दिन-रात मेहनत-मजदूरी करके अपनी तीनों बेटियों को पढ़ाया और इस काम में उसके इकलौते बेटे ने भी उसका पूरा साथ दिया।