कहीं बेटा बेटी तो कहीं पत्नी; दिल्ली की इन सीटों पर नेताओं के वारिसों ने ठोकी ताल, देखें चेहरा
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक तरफ अपनी खोए हुए जनाधार को वापस लाने की चिंता सता रही है। वहीं, दिल्ली के बदले हुए सियासी समीकरण में कांग्रेस नेताओं के बेटे-बेटियां और रिश्तेदारों की साख भी दांव लगी हैं। विरासत से सियासत में आए नेताओं को कांग्रेस ने टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है, जिन्हें जीतने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
शिवानी चोपड़ा- कालकाजी विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदावर शिवानी चोपड़ा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी हैं। इस सीट से उनके पिता चार बार के विधायक रहे हैं, अब अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मदेरी शिवानी के कंधों पर हैं, जिनके मुकाबला आम आदमी पार्टी ने आतिशी मार्लिना से है।
आकांक्षा ओला- मॉडल टाउन सीट से कांग्रेस के तीन बार विधायक रहे कुंवर करण सिंह की बेटी आकांक्षा ओला चुनाव लड़ी रही है। आकांक्षा कुंवर करण सिंह बेटी होने के साथ-साथ पूर्व सांसद शीशराम ओला के पोते अमित ओला की पत्नी भी हैं। आकांक्षा के खिलाफ बीजेपी के कपिल मिश्रा मैदान में उतरे हैं।
अली मेंहदी- मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर कांग्रेस से चुनावी मैदान में उतरे अली मेंहदी पूर्व विधायक हसन अहमद के बेचे हैं। इस सीट से हसन अहमद दो बार विधायक रहे हैं। अली मेंहदी दिल्ली में कांग्रेस अल्पसंख्यक कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
अनविंक्षा त्रिपाठी जैन- बाबरपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस से अनविंक्षा त्रिपाठी जैन चुनावी मैदान में उतरी हैं। अनविंक्षा कांग्रेस के दिग्गज नेता और बाबरपुर के जिला अध्यक्ष कैलाश जैन की बहु हैं। कैलाश जैन का पूर्वी दिल्ली में तूती बोलती है। अनविंक्षा का मुकाबला आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता गोपाल राय से है।
पूनम आजाद- दिल्ली के संगम विहार सीट से कांग्रेस से चुनाव लड़ रही पूनम आजाद पार्टी के दिल्ली चुनाव समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद पत्नी हैं। जिनके खिलाफ जेडीयू के सीएल गुप्ता मैदान में है। यह सीट पूर्वांचली मतदाता बहुल मानी जाती है।
अरविंदर सिंह- दिल्ली की देवली विधानसभा सीट पर कांग्रेस से अरविंदर सिंह चुनावी ताल ठोक रह हैं। अरविंदर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह के बेट हैं, इससे पहले भी वो इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन जीत दर्ज नहीं कर सके हैं।
विपिन शर्मा- दिल्ली के रोहताश नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्शाशी विपिन शर्मा किस्मत आजमाने मैदान में उतरे हैं। विपिन शर्मा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामबाबू शर्मा के बेटे हैं। दिल्ली की सियासत में रामबाबू शर्मा की तूती बोलती थी। हालांकि इस सीट पर विपिन शर्मा 2015 में चुनाव जीत नही सके हैं।
प्रियंका सिंह- आरके पुरम विधानसभा सीट पर कांग्रेस से चुनाव लड़ रही प्रियंका सिंह पार्टी के दिग्गज नेता योगानंद शास्त्री की बेटी हैं। उनके पिता मालवीय नगर सीट से तीन बार विधायक रहे और शीला सरकार में मंत्री रहे हैं। शीला सरकार में योगानंद शास्त्री स्पीकर रह चुके हैं।
मानदीप सिंह- नांगलोई विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर मानदीप सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। मनदीप सिंह के पिता डा विजेंद्र सिंह कांग्रेस के टिकट पर दो बार यहां से विधायक चुने गए हैं। मनदीप का मुकाबला आम आदमी पार्टी के रघुविंदर शौकीन से है।
यदुराज चौधरी- अंबेडकर नगर सीट पर कांग्रेस से यदुराज चौधरी मैदान में उतरे हैं। यदुराज कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक चौधरी प्रेम सिंह के बेटे हैं। एक दौर में चाधरी प्रेम सिंह की तूती बोलती थी और इस सीट से वो लगातार तीन बार विधायक रहें हैं। अब उन्हें इस सीट पर जीतने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।