उशना ने कहा कि मैं यहां अनुमति लेने की बात नहीं कर रही हूं। बनाने को को वो लोग (भारतीय फ़िल्म मेकर्स) कुछ भी बना सकते हैं, आख़िरकार कभी यह भारत ही तो था। लेकिन, इतिहास का थोड़ा-बहुत हिस्सा पाकिस्तानी संस्कृति, भाषा और शहर से जुड़ा है, उसे भी भारत वाले ले जाएंगे पाकिस्तान ऐतिहासिक फ़िल्में कैसे बनाएगा।