अंबाला/पटना/जूनागढ़. बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के लिए कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया है, उसमें शराबबंदी की समीक्षा की बात कही है। तब से राजनीति गर्मा गई है। तेजस्वी यादव और चिराग पासवान शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार सरकार को फेल बता रहे हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि रोजगार के अभाव में युवा शराब की तस्करी में उतर गए हैं। वहीं, नीतीश कुमार कहते हैं कि शराब के धंधेबाज उन्हें मिटाना चाहते हैं। बता दें कि बिहार में पांच अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है। गुजरात में भी शराबबंदी लागू है। लेकिन दोनों राज्यों में अवैध शराब बिक्री के लगातार मामले सामने आते रहते हैं। आइए देखते हैं शराब से जुड़े दो मामले। पहली तस्वीर हरियाणा की है, जबकि दूसरी शराबबंदी वाले राज्य गुजरात की।