सुनीता ने बताया कि 9 साल पहले सुखबीर और वो स्कूल पढ़ने जाते थे। उसी समय दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए थे। सुखबीर नरवाड़ा पढ़ने जाता था, जबकि सुनीता बड़ेसरा गांव से खरल गुरुकुल। दोनों की मुलाकात डुमरखां बस अड्डा पर होती थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि 12 अप्रैल को सुरेश और उसकी पत्नी में झगड़ा हुआ था। उसे सुनीता और सुखवीर के अफेयर के बारें में पता चल गया था। यह बात सुनीता ने फोन पर सुखवीर को बताई थी। सुनीता ने सुखवीर को उकसाया था कि सुरेश पहले ही एक मर्डर कर चुका है, अगर उसे नहीं रोका गया, तो वो तुम्हें भी नहीं छोड़ेगा। यह सुनकर सुखवीर ने सुरेश की हत्या करने की ठान ली।