बच्चों को चाय-बिस्किट खिलाकर गई थी मां, लौटी तो जिंदा जलकर हो चुके थे खाक, राख हथेली में रख बिलख रही

Published : Dec 20, 2020, 11:29 AM ISTUpdated : Dec 20, 2020, 11:33 AM IST

फरीदाबाद (हरियाणा). माता-पिता के लिए सबसे बड़ा धन उनकी संतान होती है, लेकिन उसी औलाद की मां-बाप के सामने  मौत हो जाए तो सोचो क्या होगा। हरियाणा के फरीदाबाद में ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जहां पूरी एक कॉलोनी में भीषण आग लगने से दो बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। वहीं कई परिवारों ने भागकर अपनी जान बचाई। आग इतनी भयानक थी कि कई झुग्गियां जलकर खाक हो गईं। फिलहाल आग लगने के कारणों के बारे में स्पष्ट नहीं हो पाया है ।  

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बच्चों को चाय-बिस्किट खिलाकर गई थी मां, लौटी तो जिंदा जलकर हो चुके थे खाक, राख हथेली में रख बिलख रही


दरअसल, यह भीषड़ हादसा फरीदाबाद के तिगांव इलाके में हुआ। जहां मजदूरों की झुग्गियों में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रुप धारण कर लिया और घरों को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं एक घर में सो रहे दो भाई किट्टी (पांच वर्ष) और बिट्टू(तीन वर्ष) की इस हादसे में मौत हो गई। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस दौरान मासूमों के माता-पिता कहीं काम करने के लिए गए थे।

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जब तक मां-बाप घर पहुंचे तो उनको दोनों बेटे जलकर खाक हो चुके थे, वहां सिर्फ राख नजर आ रही थी। मासूमों की मां इस राख को हथेली में रख बिलख रही थी। वहीं पिता का भी रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों बार-बार यही कह रहे हैं कि हम कितने अभागे मां-बाप हैं जो अपने ही बच्चों का चेहरा तक नहीं देख पाए।

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बताया जाता है कि मां ने पहले सुबह बच्चों के लिए छोटे सिलेंडर पर चाय बनाई, उसके बाद खाना बनाया और घर से कुछ दूर सामान लेने के लिए चली गई। जैसे ही वह 10 मिनट बाद लौटी तो सब कुछ जलकर खाक हो चुका था।

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पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चे किट्टू और बिट्टू राजीव के बेटे थे। राजीव   मूलरूप से नालंदा बिहार का रहने वाला था, वह फरीदाबाद में कबाड़ बीनने का काम करके अपने परिवार को पाल रहा था। लेकिन इस हादसे ने उससे उसका सबकुछ छीन लिया। उसका सबसे बड़ा धन औलाद ही इस दुनिया में नहीं रहीं।
 

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आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि कई लोग दूर होने के बाद भी झुलस गए। जब तक दमकल विभाग को लोग मौके पर पहुंते तब तक कई झुग्गियां जलकर खाक हो गईं।

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