सुरेश के जेल जाने के बाद सुखबीर और सुनीता दुबारा मिलने लगे। लेकिन जब सुरेश को इसका पता चला, तो उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया गया। सुखबीर ने सुरेश को अपने ढाबे पर बुलाया था। यहां दोनों ने शराब पी। जब सुरेश बेहोश हो गया, तो सुखबीर ने उसे गोली मार दी। लंबे समय तक अपने बेटे से संपर्क नहीं होने पर सुरेश के पिता रधाना निवासी राममेहर ने एक सितंबर को गुड़गांव सेक्टर-5 पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। सुनीता ने पुलिस को बयान दिया था कि सुरेश उससे लड़-झगड़कर कहीं चला गया है।
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