कभी नहीं डगमगाया कुलदीप बिश्नोई का राजनीतिक करियर, पिता मुख्यमंत्री तो मां भी रहीं विधायक
हरियाणा राजनीति के दिग्गज नेता रहे भजनलाल के बेटे कुलदीप विश्नोई हिसार सीट से चुनाव मैदान में हैं। इस बार कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ भाजपा ने टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट को उतारा है। कुलदीप बिश्नोई को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता भजनलाल हरियाणा में लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे थे।
Asianet News Hindi | Published : Oct 15, 2019 8:42 AM IST / Updated: Oct 15 2019, 02:17 PM IST
पिता की विरासत बचाने की चिंता- साल 2014 तक 12 वीं बार हुए विधानसभा चुनाव में 11 बार लगातार बिश्नोई परिवार आदमपुर सीट पर विजय प्राप्त करता रहा है। राज्य में बिश्नोई परिवार के वर्चस्व वाली इस सीट को हॉट सीट माना जाता है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच कुलदीप बिश्नोई पर पिता की विरासत और सीट को बचाने का दायित्व है।
कुलदीप बिश्नोई का जीवन परिचय और उनसे जुड़ी कुछ जरूरी बातें।
परिवारिक राजनीतिक बैकग्राउंड - कुलदीप पिता चौधरी भजन लाल की तरह दो सीटों से सांसद रहे हैं। भजन लाल मुख्यमंत्री रहने के बाद दो बार सांसद भी रहे। वह 1989 फरीदाबाद और फिर 1998 में करनाल संसद सदस्य बने। कुलदीप की मां जसमा देवी भी विधायक रही हैं। साथ ही कुलदीप की पत्नी रेणुका भी हांसी सीट से विधायक रही हैं। इसलिए कुलदीप पर पिता की साख बचाने की भी चिंता है। पिछले चुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़े कुलदीप 17 हजार 249 वोटों से जीते थे।
कुलदीप बिश्नोई का परिवार- कुलदीप बिश्नोई की शादी दिसंबर 1991 को रेणुका बिश्नोई से हुई थी। उनके पास दो बेटे और एक बेटी है। जिनके नाम हैं, भव्य, चैतन्य और सिया बिश्नोई। उनके दोनों बेटों में एक राजनीति में हैं तो दूसरा क्रिकेटर है। भव्य राजनीति में उतर गए तो चैतन्य आईपीएल में खेल चुके हैं।
कुलदीप बिश्नोई राजनीतिक करियर- कुलदीप अब तक आदमपुर सीट से 3 बार विधायक और 2 बार सांसद बन चुके हैं। हिसार लोकसभा क्षेत्र में कुल नौ विधानसभा क्षेत्र हैं। पहली बार वह हिसार से सांसद चुने गए थे तो दूसरी बार भिवानी से। इस बार बिश्नोई को चौथी बार जीत की हैट्रिक लगाकार अपनी साख बचानी है। चुनावी मैदान में उनके सामने सेलेब्रिटी कैंडिडेट सोनाली फोगाट हैं।
कुलदीप विश्नोई के विवाद- कांग्रेस के मजबूत नेता कुलदीप बिश्नोई हरियाणा में गैर जाट हैं। ऐसे में उनके कुछ विवाद भी हैं। कुलदीप बिश्नोई को विपक्ष विदेशी होने के आरोप मढ़ता है। क्षेत्र में उनकी कम मौजूदगी के कारण विरोधी उन्हें विदेशी कहकर तंज कसते हैं। बिश्नोई के लिए कहा जाता रहा कि वह कारोबारी हैं और क्षेत्र में कम विदेश में ज्यादा रहते हैं।
छापेमारी से सुर्खियों में आए कुलदीप बिश्नोई- कुलदीप बिश्नोई पर करोड़ों की विदेशी मुद्रा छिपाने के आरोप लगे थे। तब बिश्नोई ने भाजपा पर खुद को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। इनकम टैक्स विभाग ने अचानक बिश्नोई के घर छापेमारी की थी। साल 2019 के जुलाई महीने में अधिकारियों ने को विधानसभा क्षेत्र आदमपुर और गुड़गांव, दिल्ली और हिसार में बिश्नोई की संपत्तियों पर एक साथ छापेमारी की। फॉरेन एक्सेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के मामले में बिश्नोई के चार ठिकानों पर रेड मारी गई थी। आयकर विभाग ने कुलदीप बिश्नोई के पास 200 करोड़ रुपए की गुप्त संपत्ति का भी खुलासा किया था। बिश्नोई से जुड़ा यह विवाद काफी सुर्खियों में रहा।