जुल्म करना पाप है, जुल्म सहना भी पाप है (पंजाबी में लिखा)
खुद को गोली मारने से पहले संत बाबा राम सिंह ने सुसाइड नोट में लिखा-मैं किसानों पर हो रहे अन्याय से दुखी हूं। केंद्र सरकार उन पर जुल्म कर रही है। वह कई दिनों से अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं कर रही है। आज देश का अन्नदाता दुखी है, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है। किसानों के दुख से मैं दुखी हूं, जुल्म करना पाप है,जुल्म सहना भी पाप है। किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। यह उनके हक की आवाज है। वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह लिखते गोली मार ली।