बता दें कि किलेश और अर्जुन अपने-अपने परिवार के इकलौते बच्चे थे। 6 वर्षीय किलेश चार बहनों के बाद बड़ी मन्नतों से पैदा हुआ था। माता-पिता ने इसके लिए कई मंदिर में माथा टेका था, व्रत रखा पूजा-अर्चना की। लेकिन जिस भगवान ने उनकी गोद भरी थी, उन्होंने सूनी भी कर दी। बताया जाता है कि जब यह हादसा हुआ उस दौरान मासूम मां की गोद में सो रहा था। जैसे ही टक्कर हुई वह गोद से उछलकर पिकअप में गिर गया, मासूम के नीचे दबने से उसकी मौत हो गई।