बहादुरगढ़ (हरियाणा). कृषि कानून के विरोध में आंदोलन लगातार 74 दिन से जारी है। मोदी सरकारी की तमाम कोशिशों के बावजूद के बाद भी पंजाब हरियाणा के किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। अब यह आंदोलन उनके लिए जान से भी ज्यादा कीमती हो गया है। हरियाणा बहादुरगढ़ दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे एक और किसान ने रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अन्नदाता ने मरने से पहले केंद्र सरकार के नाम एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। बता दें कि अब तक किसान आंदोलन में 200 से ज्यादा मौत हो चुकी है। इसके बावजदू भी किसान पीछे नहीं हट रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं होते वह डटे रहेंगे।