परंपरा के अनुसार गांववालों ने की पूजा
परंपरा के मुताबिक, सबसे पहले पहाड़ के आसपास बसे 12 मौजा के ग्रामीणों ने कान्हाईश्वर बाबा की विधिवत पूजा की। पूजा में जयनगर, भंडारू, विरदह, जोड़ाम, शीशाखुन, बैकुंठपुर, तुलसीबनी, दुआरीशोल, दुबराजपुर, पोचापानी, दुबराजपुर, बिहारीपुर के लोग शामिल हुए। प्रतिवर्ष आषाढ़ महीने के तीसरे शनिवार को यह पूजा की जाती है।