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झारखंड में अच्छी बारिश के लिए करते है लोग पहाड़ की पूजा, 2 जुलाई को शामिल होंगे तीन राज्यों के हजारों भक्तगण
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आषाढ़ महीने के तीसरे शनिवार को होती है कान्हाईश्वर पहाड़ पूजा
कान्हाईश्वर पहाड़ पूजा आषाढ़ महीने के तीसरे शनिवार (2 जुलाई) को होगी। कान्हाईश्वर पहाड़ प्रखंड के जयनगर गांव में स्थित है। पहाड़ का 25% भाग पश्चिम बंगाल में और 75% भाग झारखंड में है। यह पहाड़ झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। पूजा के दिन तीनों राज्य हजारों श्रद्धालु यहां पूजा के लिए जुटेंगे। अच्छी बारिश और खुशहाली की कामना करेंगे। पहाड़ के नीचे मेला का आयोजन होगा। पहाड़ पूजा कमेटी के अध्यक्ष सोमाय मांडी के अनुसार बताया कि कोरोना के कारण पिछले दो साल से नियमित रुप से पूजा की जा रही थी। लेकिन इस बार भव्य तौर पर पूजा होगी। 12 मौजा के ग्रामीण यहां पूजा करते हैं।
अन्य जगहों पर भी हो रही जोरदार तैयारी
कान्हाईश्वर पहाड़ पूजा के अलावा चाकुलिया प्रखंड के जामिरा, सातनाला, गोटाशिला, खोड़ी पहाड़ी, घोटीडूबा में भी पहाड़ पूजा धूमधाम से की जाती है। इसमें से जमीरा पहाड़ पूजा 26 जून को हो चुकी है। इसमें हजारों भक्तों ने पूजा की। इस दौरान पर्वतों पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारे देखने को मिली।
गोटाशिला पहाड़ पूजा
चाकुलिया प्रखंड में होने वाली पहाड़ पर्वत में होने वाली पूजा की कड़ी में अगली पूजा गोटाशिला पर्वत में होगी। इस पूजा का आयोजन 5 जुलाई को किया जाएगा। इसमें भी वहां के हजारो भक्त पूजा करने पहुचते है। यहां भी मेले के साथ सांस्कृतिक प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे।
सोनाहातु पंचायत में आमाभुला गांव के पास स्थित सातनाला पहाड़ पूजा 8 जुलाई को होगी। इन पर्वत पूजा के समय पूरे गांव में जश्न का महौल रहता है। पूजा वाली जगह के पास मेले का आयोजन किया जाता है। साथ ही वहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।
इसी तरह अलग- अलग पहाड़ों में होने वाली पूजा की जाएगी, जैसे खोड़ी पहाड़ी पूजा 9 जुलाई, घोटीडूबा पहाड़ पूजा 12 जुलाई को होगी। पूजा के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। पर इन सबमें सबसे बड़ी पूजा 2 जुलाई को कान्हाईश्वर पहाड़ पर होने वाली पूजा होती है। क्योंकि इसमें तीन राज्यों के हजारो श्रद्धालू पूजा में शामिल होते है।