सुप्रिया के पिता फौज में थे, अब वे रिटायर हो चुके हैं। यही कारण है कि अनुशासन उनके जीवन का हिस्सा बहुत पहले ही बन गया था। जब वे छह साल की थीं तभी उनके पापा ने उनका एडमिशन ग्वालियर के कराटे के लिए करा दिया। उन्होंने बेटी से कहा कि ये खेल लड़कियों के लिए शानदार है। इससे वे सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग मिलेगी जो किसी भी संकट में काम आएगा।