भोपाल. मध्य प्रदेश की राजनीति में 'सियासी गदर' लाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में कहा जाता है कि एक बार वो जो ठान लेते हैं, फिर पीछे नहीं हटते। लंबे समय से कांग्रेस में अपनी उपेक्षा से दु:खी ज्योतिरादित्य सिंधिया शायद 'हवाओं के रुख' का इंतजार कर रहे थे। राज्यसभा इलेक्शन के ठीक पहले उन्होंने अपनी ही सरकार की नींव हिला डाली। ज्योतिरादित्य सिर्फ राजनीति नहीं, अपने व्यक्तिगत मामलों में भी एक बार जो कमिटमेंट कर देते हैं, फिर किसी की नहीं सुनते। यह सलमान खान की फिल्म 'वांटेड' की तरह कोई डायलॉग नहीं है, बल्कि हकीकत है। अपनी लव स्टोरी के दौरान भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रियदर्शिनी से कमिटमेंट किया था। उन्होंने प्रियदर्शिनी को अपनी फैमिली से मिलवाया था, लेकिन इससे पहले ही वे शादी करने का कमिटमेंट कर चुके थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियदर्शिनी की पहली मुलाकात दिसंबर 1991 को हुई थी। तब सिंधिया अपना ग्रेजुएशन करके यूएस से लौटे थे। उनकी मुलाकात दिल्ली में प्रियदर्शनी से हुई थी। बेशक इनकी अरेंज मैरिज है, लेकिन वे एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। एक इंटरव्यू में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया था कि पहली ही मुलाकात में उन्होंने कमिटमेंट कर दिया था कि वे प्रियदर्शिनी से ही शादी करेंगे।