दरअसल, इस घटना के बाद पीपुल्स अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग अपने परिजनों की जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हर तरफ एक ही आवाज थी, सिलेंडर ला दो नहीं तो पापा, भाई, चाचा मर जाएंगे। किसी तरह एक नर्स भागते हुए सिलेंडर लेकर आई, लेकिन जब तक देर हो चुकी थी, उसके परिजन दम तोड़ चुके थे। मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन की कमी से मरने की बात को इनकार कर रहा है। मेडिकल कॉलेज के डीन अनिल दीक्षित का कहना है कि सप्लाई कुछ देर के लिए बाधित जरूर हुई थी, लेकिन इसकी वजह से मौतें नहीं हुई हैं।