उफनती नहर के किनारे चल रही थी बस, अचानक ड्राइवर को आई झपकी और देखते ही देखते पानी में समा गए 60 लोग

Sidhi Bus Accident Recall: आज से 17 महीने पहले मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक बस उफनती नहर में जा गिरी थी, जिससे उसमें सवार 54 लोगों की जल समाधि बन गई थी। ये हादसा 16 फरवरी की सुबह उस वक्त हुआ, जब सीधी से सतना के लिए जा रही एक बस रामपुर नैकिन के पास अनियंत्रित होकर 22 फीट गहरी सोन नदी की नहर में समा गई। हादसे के बाद जब बस को नहर से निकाला गया तो चारों तरफ बस लोगों की लाशें ही लाशें बिखरी थीं।    

Asianet News Hindi | Published : Jul 20, 2022 8:11 AM IST / Updated: Jul 20 2022, 01:49 PM IST
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उफनती नहर के किनारे चल रही थी बस, अचानक ड्राइवर को आई झपकी और देखते ही देखते पानी में समा गए 60 लोग

कहां हुआ था हादसा?
ये हादसा सीधी जिले के रामपुर नैकिन के पास सरदा गांव में हुआ था। यहां सड़क किनारे बनी बाणसागर नहर में पानी लबालब था। बांध से पानी छोड़ने की वजह से 22 फीट गहरी नहर फुल चल रही थी। इसी बीच, सुबह करीब साढ़े 7 बजे सीधी से सतना जा रही बस नहर के बराबर से गुजर रही थी। 

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ड्राइवर को आई झपकी और..
सुबह का समय था और नहर किनारे रोड भी संकरी थी। इस हादसे में जिंदा बचे लोगों का कहना है कि ड्राइवर को नींद का झोंका आया और वो बस से कंट्रोल खो बैठा, जिसके बाद बस सीधे नहर में समा गई। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि संकरी रोड थी और सामने से एक बोलेरो गाड़ी आ गई, जिसकी वजह से ड्राइवर ने बस को ज्यादा किनारे कर दिया और वो सीधे नहर में चली गई। 

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32 सीटर बस में बैठाए थे 60 लोग : 
बता दें कि 32 सीटर इस बस में जरूरत से ज्यादा लोगों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। दरअसल, इस बस में ज्यादातर स्टूडेंट थे, जो प्रतियोगी परीक्षा के लिए सतना जा रहे थे। मेन हाइवे पर काम के चलते जाम लगता था, इसलिए बस ड्राइवर को लगा कि बच्चे परीक्षा में लेट ना हों तो उसने दूसरा रास्ते से जाने की सोची। लेकिन ये रास्ता मौत का रास्ता बन गया।

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बस का रूट नहीं बदलते तो बच जाती जानें : 
सीधी की नहर में गिरी जबलनाथ ट्रेवल्स की बस अगर अपना रूट नहीं बदलती तो लोगों की जान बच जाती। यह बस रोजाना छुहिया घाटी से होकर सतना के लिए जाती थी। लेकिन छुहिया घाटी में पिछले दो दिनों से जाम के चलते बहुत समय लग जाता था। 16 फरवरी, 2021 की सुबह भी वहां जाम की खबर आई थी। दिन मंगलवार को सुबह जाम लगा था।

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ड्राइवर ने पकड़ा नहर के बगल वाला रास्ता और..
जाम से बचने के लिए बस ड्राइवर ने नहर के बिल्कुल बगल से जाने वाला रास्ता पकड़ा और सुबह-सुबह सीधी से रवाना हुआ। नहर किनारे संकरी सड़क पर सामने से आ रहे किसी दूसरे वाहन से पासिंग लेते समय बस का पिछला पहिया अचानक फिसला और पूरी बस 22 फीट गहरी नहर में समा गई। इसके बाद चालक समेत 6 लोगों को ग्रामीणों ने बचा लिया, लेकिन 54 लोगों की मौत हो गई। 

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बस का परमिट और लाइसेंस रद्द : 
जबलनाथ ट्रेवल्स की इस बस की फिटनेस 2 मई, 2021 तक ही थी। इसके बावजूद बस चलाई जा रही थी। सीधी रूट के लिए बस को 12 मई 2025 तक का परमिट मिला था। हालांकि, इस हादसे के बाद बस का परमिट और ड्राइवर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया।

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