उज्जैन, मध्य प्रदेश. दुर्लभ वन्यजीवों की जिंदगी तस्करों के कारण खतरे में हैं। वन्य विभाग और STF ने ऐसे ही एक तस्कर गिरोह को पकड़ा है, जो दुर्लभ वन्यजीवों की तस्करी से जुड़े हैं। इस 10 सदस्यीय गिरोह में 4 महिलाएं भी शामिल हैं। इनके पास से दुर्लभ दो मुंहा सांप और सुनहरा उल्लू बरामद किया गया है। इस एक सांप की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब ढाई करोड़ रुपए होती है। वहीं, यह सुनहरा उल्लू करीब 3 करोड़ रुपए में बेचा जाता है। हालांकि यह एक अपराध है। इन दुर्लभ वन्यजीवों का इस्तेमाल सेक्सवर्धक दवाओं और जादू-टोना में इस्तेमाल किया जाता है। आरोपियों में वन विभाग के एक पूर्व रेंजर का बेटा भी शामिल है। राजगढ़ का रहने वाला यह आरोपी ही गैंग को चला रहा था। STF ने ग्राहक बनकर इस गिरोह को दबोचा। समझ सकते हैं कि इतनी कीमत में रोल्स रॉयस जैसी महंगी कार खरीदी जा सकती है।