यह हैं मध्य प्रदेश के देवास के रहने वाले दीपेश गिरी। ये फरवरी को बाइक से इंदौर से कैलादेवी जा रहे थे, तभी एक्सीडेंट में वे घायल हो गए। इलाज के दौरान उनका पैर काटना पड़ा। एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले विजय के पास इतनी जमापूंजी नहीं थी कि वो कृत्रिम पैर लगवाने पर पैसा खर्च कर सकें। सोनू सूद की मदद से उन्हें कृत्रिम पैर लग गया।