इस टनल की डिजाइन बनाने में DRDO ने भी मदद की है ताकि बर्फ और हिमस्खलन से इस पर कोई असर न पड़ सके। यहां यातायात किसी भी मौसम में बाधित न हो। इस टनल के अंदर निश्चित दूरी पर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे, जो स्पीड और हादसों पर नियंत्रण रखने में मदद करेंगे। इसके साथ ही टनल के अंदर हर 200 मीटर की दूरी पर एक फायर हाइड्रेंट की व्यवस्था की गई है। ताकि, आग लगने की स्थिति में नियंत्रण पाया जा सके।