नगालैंड के नागा कुत्ते का मीट खाने को अपनी संस्कृति से जोड़ते हैं। इन लोगों का कहना है कि सरकार ने बिना विचार किए जल्दबाजी में फैसला लिया। पूर्वोत्तर राज्यों में कुत्ते के मांस को उच्च पोषण और औषधीय माना जाता है। इसलिए स्थानीय लोग इस फैसले का जमकर विरोध ककर रह हैं। लोगों का कहना है, वे इसे सालों से खा रहे हैं। खान पान पर इस तरह पाबंदी लगाना ठीक नहीं है।