5 मार्च: पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने सवाल उठाए और मामले में सचिन वझे की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पहले से ही सचिन वझे मनसुख हिरेन को जानते थे।
6 मार्च: मनसुख हिरेन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई।
6 मार्च: तीनों मामले - मनसुख हिरेन की मौत, स्कॉर्पियो का मामला और अंबानी के घर के पास बम। ATS को सौंपा गया।
8 मार्च: NIA ने महाराष्ट्र ATS से एंटीलिया कांड, मनसुख हिरेन की मौत और स्कॉर्पियो कार चोरी का मामला लिया।
13 मार्च: NIA ने सचिन वझे को पूछताछ के लिए बुलाया। 12 घंटे की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
14 मार्च: सचिन वझे को पुलिस हिरासत में भेजा गया।
16 मार्च: महाराष्ट्र सीएम, गृह मंत्री, डीजी और सीपी की शीर्ष स्तरीय बैठक हुई।
17 मार्च: मुंबई के पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह का ट्रांसफर हुआ। हेमंत नागराले ने पदभार संभाला।