कोरोना वरियर्सः 8 महीने की प्रेग्नेंट नर्स भूली अपना दर्द, मरीजों का इलाज करने पहुंची 250 किमी दूर
चेन्नई. देश भर में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। देश के 29 राज्यों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 3 हजार के करीब पहुंच गई है। जबकि मौत का आंकड़ा भी 100 के करीब पहुंच गया है। कोरोना वायरस के बढ़ते कहर से पार पाने के लिए डॉक्टर्स, नर्सें, पुलिसकर्मी यहां तक कि सफाई कर्मी भी दो-दो हाथ कर रहे हैं। वे लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की मदद कर रहे हैं। इन सभी लोगों की भूमिका किसी से छुपी हुई नहीं है। जो अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर दिन-रात और लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं। इन सब के बीच तमिनलाडु से एक मामला सामने आया है। जहां कोरोना से जारी जंग में एक 8 माह की गर्भवती नर्स 250 किमी की यात्रा तय कर इलाज करने पहुंच गई।
नर्स का नाम विनोथिनी है जो आठ महीने की गर्भवती है। उनकी उम्र 25 साल है। बताया जा रहा कि नर्स ने कोरोना वायरस की इस संकट की घड़ी में मरीजों की मदद करने का फैसला किया।
इसके लिए विनोथिनी ने COVID-19 के रोगियों के इलाज में मदद करने के लिए तमिलनाडु में तिरुचिरा से रामनाथपुरम की 250 किमी की यात्रा की।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विनोथिनी तिरुचि में एक निजी अस्पताल में कार्यरत थी। 1 अप्रैल को रामनाथपुरम के स्वास्थ्य सेवा के संयुक्त निदेशक (जेडी) का एक कॉल आया।
जिसके बाद विनोथिनी ने प्राथमिक स्वास्थ्य मरीजों की मदद करने का फैसला किया। इसके बाद वह 250 किलोमीटर की यात्रा कर अस्पताल पहुंची।
डीवाईएफआई के जिला सचिव पी लेनिन, पर्यटन मंत्री वेल्लमंडी एन नटराजन और कलेक्टर एस शिवरासु की तरफ से उन्हें एक पास मिला हुआ था, जिसकी मदद से उन्हें लॉकडाउन के बावजूद बाहर जाने और सफर की इजाजत मिल गई।
इसके बाद आठ महीने की गर्भवती नर्स आखिरकार अपने पति के साथ कार से तिरुचिरा से रामनाथपुरम पहुंचने में कामयाब रही।
देश में कोरोना की स्थितिः देश में कोराना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 30190 हो गई है। वहीं, कोरोना पॉजिटिव 91 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को कोरोना से संक्रमित 102 नए मरीज सामने आए हैं। तमिलनाडु में संक्रमित मरीजों की संख्या 411 हो गई है।