भ्रष्टाचार, सैन्य तख्तापलट, सेंसरशिप और दमनकारी और प्रतिगामी सरकारों(repressive and regressive governments) से जूझ रहे देश में जन्मे 17 वर्षीय पेले ने 1958 में अपने पहले ही विश्व कप में अपने शानदार प्रदर्शन से ब्राजील की छवि बदल दी थी। स्वीडन में टूर्नामेंट में उन्होंने चार खेलों में छह गोल किए, जिसमें दो फाइनल में शामिल थे, जिससे ब्राजील ने मेजबानों पर 5-2 से जीत हासिल की।
29 जून, 1958 को स्टॉकहोम, स्वीडन(Stockholm, Sweden) में वर्ल्ड कप फाइनल फुटबॉल मैच में स्वीडन पर ब्राजील की 5-2 से जीत के बाद ब्राजील के 17 वर्षीय पेले, गोलकीपर गिल्मर डॉस सैंटोस नेव्स के कंधे पर रोते हुए। (फाइल फोटो-एपी)