बेरूत, लेबनान. कहने को तो अमोनियम नाइट्रेट का ज्यादातर उपयोग खेतों के लिए फर्टिलाइजर बनाने में होता है, लेकिन इससे बम भी बनाए जाते हैं। किसी चीज का कैसे इस्तेमाल करना है, यह इंसान पर निर्भर है। अमोनियम नाइट्रेट चिकित्सकीय फील्ड में बेहोशी की दवा से लेकर कई तरह के कामों में इस्तेमाल होता है। लेकिन इसका आवश्यकता से अधिक भंडारण और उस पर भी लापरवाही लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए ब्लास्ट जैसी घटना को जन्म देती है। बता दें कि पिछले 80 सालों में इस तरह के 7 बड़े ब्लास्ट हो चुके हैं। इनमें सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और हजारों लोग घायल हुए। लेबनान में 135 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, जबकि 4000 से ज्यादा लोग घायल हुए। बेरूत के पोर्ट पर स्थित वेयरहाउस में पिछले 6 साल से 2 हजार 750 टन अमोनियम नाइट्रेट रखा हुआ था। धमाका इसी में हुआ। इससे पहले 1921 में जर्मनी के औपो में इस तरह का धमाका हुआ था। इसमें 561 लोगों की मौत हुई थी। 1942 में बेल्जियम के टेसेंडेर्लो में ऐसी ही घटना में 190 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। अमेरिका के टेक्सास में 1947 में हुए ब्लास्ट में 581 लोगों की मौत हुई थी। 1995 में अमेरिका के ओक्लाहोमा में आतंकियों ने अमोनियम नाइट्रेट में ब्लास्ट करके 168 लोगों की जान ली थी। उत्तर कोरिया के रयोंगचोंन में 2004 में हुए इसी तरह के ब्लास्ट में 160 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। वहीं, चीन के तियानजिन में 2015 में हुए ऐसे ही ब्लास्ट में 173 लोग मारे गए थे। आगे पढ़िए लेबनान में हुए ब्लास्ट की कहानी और देखें कुछ तस्वीरें...