दिल्ली. ये तस्वीरें द्वितीय विश्वयुद्ध-1945 की सबसे भयानक यादें हैं। अमेरिका ने 6 अगस्त को जापान के शहर हिरोशिमा और 9 अगस्त को नागासाकी पर परमाणु बम गिराया था। इस हमले में लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। वहीं, लाखों लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई थी। इसे मानव सभ्यता पर सबसे बड़ा इंसानी हमला कहा जा सकता है। उस खौफनाक मंजर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि परमाणु बम के हमले का यह असर हुआ कि इन शहरों के अलावा आसपास मीलों दूर तक रेडियोएक्टिव के चलते काली बारिश हुई थी। इस बारिश की चपेट में जो भी आया, वो त्वचा से लेकर कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो गया। इसका असर आज भी देखा जा सकता है। हाल में हिरोशिमा की जिला कोर्ट ने इससे प्रभावित लोगों, जिन्हें हिबाकुशा कहते हैं; को फ्री मेडिकल ट्रीटमेंट देने की बात कही है। बता दें कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापान ने ईस्ट इंडिया के तेल से भरपूर इलाकों पर कब्जा करने इंडो-चाइना को टार्गेट किया था। अमेरिका से यह सहन नहीं हुआ। उसने जापान को सरेंडर कराने यह परमाणु बम फेंक दिया। आगे देखिए हमले के बाद की कुछ दिल दहलाने वालीं तस्वीरें...
जब 6 अगस्त की सुबह 8.15 बजे अमेरिकी इनोला गे बम वर्षक विमान से हिरोशिमा पर परमाणु बम फेंका गया, तब इस शहर का टेम्परेचर 10 लाख डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था। इतनी भीषण गर्मी से मीलों दूर तक सबकुछ जलकर भस्म हो गया था।
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परमाणु बम के हमले से हवा तूफान में बदल गई और लगातार धमाकों और सूरज जैसी जैसी किरणों की चपेट मे आकर बड़ी से बड़ी चीजें टुकड़े-टुकड़े हो गईं।
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जब हिरोशिम पर परमाणु बम गिराया गया, तब वहां की आबादी करीब साढ़े तीन लाख थी। इसमें 43 हजार जापानी सैनिक थे।
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अमेरिका ने जिस बम को हिरोशिमा पर गिराया था, उसे लिटिल बॉय के नाम से जाना जाता था। यह यूरेनियम हथियार हिरोशिमा के ऊपर 1850 फीट की ऊंचाई पर फटा था।
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यूएस स्ट्रेटेजिक बॉम्बिंग सर्वे ऑफ 1946 की रिपोर्ट के अनुसार, परमाणु बम हिरोशिमा के उत्तर-पश्चिम में फोड़ा गया था। उस वक्त ही यहां 80000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इसके बाद भी लोग की जान जाती रही।
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6 अगस्त की सुबह 8.15 बजे अमेरिकी इनोला गे बम वर्षक विमान से हिरोशिमा पर परमाणु बम फेंका था।
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इस विमान से गिराया गया था परमाणु बम।
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हमले के बाद की भयावहता दिखाती तस्वीर।
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परमाणु बम हमले के बाद बर्बाद हुआ शहर।
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परमाणु बम का हमला कितना भयानक असर करता है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोगों की त्वचा जलकर झड़ गई थी। पेड़ काले पड़ गए थे।
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परमाणु बम हमले ने लाखों लोगों की जिंदगियां तबाह कर दी थीं।
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9 अगस्त को जापान में वहां के समय के हिसाब से सुबह 11 बजे नागासाकी पर परमाणु बम गिराया गया।नाकासाकी की आबादी तब वहां करीब पौने तीन लाख थी। नाकासाकी पर गिराये गए परमाणु बम का नाम फैटमैन था। इस हमले में 40000 से ज्यादा लोग मारे गए थे।