राजस्थान के भीलवाड़ा में प्रशासन ने अपनाए ये 10 तरीके, 27 से आगे नहीं बढ़ी कोरोना के मरीजों की संख्या

जयपुर. राजस्थान का भीलवाड़ा कोरोना के चलते लॉकडाउन होने वाला देश का पहला शहर था। पहले चरण में ही यहां कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी थी और यह शहर कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया था। हालांकि धीरे धीरे प्रशासन ने इस महामारी को काबू में कर लिया है। कोरोना को काबू में करने के लिए प्रशासन ने यहां महाकर्फ्यू लगा रखा है और इस वायरस की चैन तोड़ने के लिए सरकार ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं। यहां सरकार ने इन 10 तरीकों की मदद से कोरोना को काबू में किया है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 6, 2020 1:57 PM IST

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राजस्थान के भीलवाड़ा में प्रशासन ने अपनाए ये 10 तरीके, 27 से आगे नहीं बढ़ी कोरोना के मरीजों की संख्या
शहर की सीमा तको पूरी तरह से सील कर दिया गया है। करीब 50 जगह चेकपोस्ट बनाए गए हैं।
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दूसरे जिलों के कलेक्टरों से भी बात करके वहां की सीमाओं को सील करा दिया गया है।
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निजी वाहनों को भी रोक दिया गया है और सभी तरह के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद कर दिया गया।
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जिन जगहों पर भी कोरोना के मरीज मिले वहां नो मूवमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
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पूरे जिले में 2100 टीमें बनाकर 25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कराई गई और जुकाम के सभी मरीजों को घर के अंदर ही क्वारेंटाइन किया गया।
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कोरोना से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले 6 हजार लोगों को घर में ही क्वारेंटाइन किया गया। सभी क्वारेंटाइन लोगों के घर में पहरा लगाया गया।
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बांगड़ अस्पताल में कोरोना से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों को घर के अंदर ही क्वारेंटाइन कर दिया गया।
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कलेक्ट्रेट के हर अऩुभाग को जिम्मेदारी देकर हर गरीब के खाने की व्यवस्था की गई।
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कर्फ्यू को 10 दिन के लिए बढ़ाया गया और सभी तरह की दुकानें बंद कराई गई। जरूरी चीजों की होम डिलिवरी शुरू हुई।
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दूसरे प्रदेशों से भी आने वाले लोगों का प्रशासन सर्वे करा हैं और उनके बारे में जानकारी निकाली जा रही है। इन्ही सब प्रयासों के चलते यहां कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 27 पर रुक चुका है।
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