लोगों की आंखों में आंसू देखकर भावुक हुईं मिनिस्टर की पत्नी और सिलाई मशीन लेकर बैठ गईं मास्क बनाने
जोधपुर, राजस्थान. यह हैं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की पत्नी नौनंद कंवर। जब उन्होंने देखा कि गरीब लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क तक नहीं खरीद सकते, तो उन्होंने खुद मास्क बनाकर बांटना शुरू कर दिए। वहीं, शेखावत दिनभर कोरोना संक्रमण की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कपल का कहना है कि यह उनकी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी है। एक मंत्री होने के नाते उनका दायित्व है कि वे लोगों की मदद करें। वहीं, सामाजिक तौर पर भी उनका फर्ज बनता है। मंत्री की बेटियां भी मास्क बनाने में अपनी मां की हेल्प कर रही हैं। नौनंद कंवर ने बताया कि कोरोना से बचने के लिए मास्क एक अच्छा उपाय है। लेकिन गरीब लोग मास्क नहीं खरीद पा रहे थे। यह देखकर उन्हें दु:ख हुआ। तब उन्होंने निश्चय किया कि वे खुद मास्क बनाकर लोगों में बंटवाएंगी।
नौनंद कंवर ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने चेक गणराज्य का एक वीडियो देखा था। वहां के विशेषज्ञों ने कहा है कि संक्रमण न भी हो, तब भी मास्क लगाएं। इससे बचाव होगा। यही देखकर उन्होंने मास्क बनाकर उन लोगों को बांटना शुरू कर दिए, जो खरीद नहीं सकते।
नौनंद कंवर ने बताया कि अमेरिका, इटली और जर्मनी जैसे देशों में कोरोना संक्रमण से हालत खराब है, लेकिन चेक गणराज्य ने काफी कंट्रोल किया है। वहां के लोग मास्क पहनकर ही बाहर निकलते हैं। कंवर ने बताया कि वे खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रही हैं, ताकि जरूरतमंद लोगों तक मास्क पहुंचे।
यह तस्वीर जयपुर के हवा महल की है। यहां सैनिटाइजेशन का खासा ख्याल रखा जा रहा है।
राजस्थान में लॉक डाउन के दौरान बाहर निकलने वालों को सख्ती से रोका जा रहा है।
लॉक डाउन का ज्यादातर लोग पालन कर रहे हैं। अगर ऐसा करते रहे, तो कोरोना का संक्रमण दूर हो जाएगा।
जयपुर में चीनी लोगों को क्वांरेटाइन के लिए ले जाती हेल्थ की टीम।
राजस्थान में बगैर पास किसी को भी बाहर निकलने की परमिशन नहीं है।
जिन इलाकों में संदिग्ध हैं, वहां खास निगरानी रखी जा रही है।
सड़क पर निकलने वालों को चेकिंग के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है।
कोरोना के मरीजों की जांच से पहले खुद को संक्रमण से बचाने की तैयारी करते स्वास्थ्यकर्मी।