मामा को दोस्त मानते थे इरफान: इरफान के मामा डॉ. साजिद निसार खुद एक रंगकर्मी रहे हैं। वह जोधपुर थियेटर में काम करते थे, दोनों की उम्र में सिर्फ 10 साल का अंतर है। वो मामा को अपना दोस्त कहते थे। बताया जाता है कि इरफान ने मामा को देखकर ही एक्टिंग की शुरुआत की थी। एक इंटरव्यू में डॉ. निसार ने बताया था कि इरफान ने अपने जीवन का पहला नाटक जोधपुर के टाउन हॉल में देखा था। मेरी एक्टिंग को देखकर वह हैरान रह गए थे, उन्होंने मुझसे पूछा था, मामू आप यह कैसे कर लेते हो, मुझको भी सिखा दो।