इस शख्स ने ऑयल और ब्रश से लिखी-3000 पन्नों की अनूठी रामायण, ये थी इसको लिखने की वजह
जयपुर. कहते हैं अगर आपके इरादे मजबूत हो तो आप कठिन से कठिन काम को आसानी से कर लेते हैं। ऐसा ही मुश्किल काम को पूरा किया है राजस्थान के लाल शरद माथुर ने। इन्होंने ऑयल पेंट और ब्रश के जरिए करीब 3000 पन्नों पर पूरी रामचरितमानस को लिख दिया। उनको इसे लिखने में करीब साढ़े छह साल का समय लग गया।
शरद माथुर इस रामचरितमानस को अयोध्या में रामजन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर को भेंट करना चाहते हैं। उन्होंने इसकी शुरुआत करीब 6 साल पहले जब की थी तब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने थे। उन्हें यकीन है कि मोदी के कार्यकाल में राम मंदिर जरुर बनेगा। उनकी इच्छा है वह रामायण को राम की जन्मभूमि पर भेंट करेंगे।
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शरद माथुर के अनुसार देश-दुनिया में किसी ने शायद ही पहले ऑयल और ब्रश से रामचरित मानस को लिखा होगा। अब वह अपने इस मेहनत को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल करवाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।
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माथुर ने बताया जब मैंने 6 साल पहले इस रामचरितमानस की लिखने की शुरुआत कि तो उन्हें लगा मैं इसको पूरा नहीं लिख पाउंगा। लेकिन जब सुंदरकाण्ड पूरा हुआ तो मेरा मनोवल बढ़ गया। जिससे मुझे लगने लगा मैं इसको पूरा करके ही रहूंगा, चाहे कितना ही समय क्यों ना लग जाए।
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शरद माथुर ने अपने द्वावारा लिखे रामचरितमानस को A-3 आकार के पेज पर लिखा है। इस रामायण का वजन करीब 150 किलो के आसपास बताया जा रहा है। उन्होंने एक इंच के साइज के अक्षरों को पेज पर लिखा है।
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शरद माथुर ने बताया कि उन्होंने इस लिए रामचरितमानस को इतने बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है। क्योंकि वह अक्सर देखते थे, उनकी कॉलोनी के बुजुर्ग लोगों को रामायण का पाठ करने में परेशानी होती थी। उनको छोटे-छोटे शब्द दिखाई नहीं देते थे।इसलिए उन्होने इसको ऑयल पेंट से लिखने का सोचा।