अलवर. राजस्थान के अलवर जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक शिक्षक ने अपने रिटायरमेंट के दिन पत्नी के सपने को पूरा करते हुए हेलीकॉप्टर से घर पहुंचे। पूरे राजस्थान में इस तरह का यह पहला मामला है जब कोई अध्यापक रिटायरमेंट के बाद हेलीकॉप्टर से घर पहुंचा हो। जानकारी के मुताबिक 22 किलोमीटर की यात्रा के लिए उन्होंने करीब पौने चार लाख रुपए किराया चुकाया है। उन्हें यह यात्रा 18 मिनट में पूरी की।
दरअसल रमेश चंद मीणा का शनिवार को रिटायरमेंट था। वह सौराई के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाते थे। उन्होंने स्कूल से अपने गांव मलावली (लक्ष्मणगढ़) जाने के लिए हेलीकॉप्टर बुक करवाया था। इसके लिए उन्होंने 3.70 लाख रुपए किराया भी दिया है। वह अपनी पत्नी सोमती मीणा व पोते अजय के साथ हेलीकॉप्टर से अपने गांव पहुंचे। जैसे ही रमेश चंद मीणा अपने परिवार के साथ हेलीकॉप्टर से अपने गांव पहुंचे तो उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने उनका फूल-माला डालकर स्वागत किया। सौराई से मलावली गांव की 22 किलोमीटर की दूरी हेलीकॉप्टर ने कुल मिलाकर 18 मिनट में पूरी की।
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टीचर ने बताया कि एक दिन जब मैं और मेरी पत्नी हमारे घर के छत पर बैठे थे और कुछ देर बाद वहां से हेलीकॉप्टर निकला। उसको देखकर पत्नी ने पूछा कि इस हेलिकॉप्टर में कैसे बैठते हैं और इसमें बैठकर कैसा लगता होगा। इसमें बैठने का कितना खर्च आता है। बस मैंने उसी दिन सोच लिया कि पत्नी के इस सपने को जरुर पूरा करुंगा। उसकी हेलिकॉप्टर में बैठाने की हसरत को पूरा करुंगा। चाहे इसके लिए मुझे कितना ही रुपया क्यों न देना पड़े।
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टीचर मीणा ने कहा-यह मेरी पहली हवाई यात्रा है। उन्होंने यात्रा में बहुत आनंद आया। मीणा ने 34 साल से ज्यादा समय तक एक टीचर के रुप में सेवाएं दी हैं। उनके दोनों बेटे भी सरकारी नौकरी करते हैं। एक बेटा शिक्षक और दूसरा बेटा एफसीआई में इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी करता है।