कोटा (राजस्थान). माता-पिता अपने बच्चों की खुशी की खातिर अपनी खुशियों को त्याग देते हैं। बस उनका एक ही सपना होता है कि उनकी औलाद उनका बुढापे में सहारा बनें। लेकिन एक दिन यही बच्चे उनको बेसहारा छोड़ देते हैं। राजस्थान के कोटा से एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जिसे जानकर करेंगे ऐसी औलाद होने से अच्छा है की इंसान बेऔलाद रहे। यहां एक एक कलयुगी बेटा अपनी 70 साल की बूढ़ी मां को घने जंगलों के बीच छोड़कर आ गया। बुजुर्ग महिला दो दिन तक भूखी प्यासी हालत में तड़पती रही, लेकिन उसके बेटे को तरस तक नहीं आया।