दुनिया सिर्फ इंसानों की नहीं, इनकी भी है, जीव-जंतुओं की मदद के लिए निकला आदेश हुआ वायरल
जयपुर, राजस्थान. लॉक डाउन के कारण सारी दुनिया ठहर गई है। लोग अपने घरों में हैं। लिहाजा, जीव-जंतुओं के लिए भी दाना-पानी का संकट खड़ा हो गया है। हालांकि, स्वयंससेवी संगठन और प्रशासन भी इनको दाना-पानी मुहैया कर रही है। इसी से जुड़ा राजस्थान के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल का आदेश इन दिनों वायरल है। मामला करौली जिले की हिंडौन तहसील के चमरपुरा के सरकारी स्कूल से जुड़ा है। यहां के प्रिंसिपल कमल सिंह मीणा ने 13 अप्रैल को एक आदेश निकाला है। इसके तहत टीचर पूजा जैन और अंजली गुप्ता को स्कूल परिसर में पक्षियों को दाना और चींटियों को आटा डालने के निर्देश दिए गए हैं। यह आदेश वाट्सऐप के जरिये भेजा गया था। यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। हालांकि इस आदेश का कुछ लोगों ने मजाक बनाया है, लेकिन बहुत सारे लोग इसकी प्रशंसा भी कर रहे हैं। लोगों ने कहा यह परोपकार से जुड़ा मामला है। ( ये तस्वीरें अलग-अलग जगहों की हैं, जहां लॉक डाउन के बीच लोग जीव-जंतुओं की मदद को भी आगे आए हैं)
Asianet News Hindi | Published : Apr 16, 2020 8:51 AM IST / Updated: Apr 16 2020, 05:12 PM IST
बता दें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये अफसरों को निर्देश दिए थे कि वे पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी का इंतजाम भी करें। उधर, स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा है कि जीव-जंतुओं की सेवा करना भी हमारा फर्ज है। राज्य के शिक्षा राज्या मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी प्रिंसिपल की बात का समर्थन किया। (नोट: ये तस्वीरें अलग-अलग जगहों की हैं)
गर्मी तेज पड़ने लगी है। ऐसे में परिंदों को के लिए दाना-पानी का ख्याल भी हमको ही रखना होगा।
ऐसी तस्वीरें देशभर से सामने आई हैं। भोजन की तलाश में जंगलों को छोड़कर शहरों में आए इन बंदरों को लॉक डाउन में खाने की दिक्कत होने लगी है।
मंदिरों और अन्य जगहों पर रहने वाले इन परिंदों को भी दाने की परेशानी हो रही है।
स्ट्रीट डॉग्स को खाना खिलाने कई लोग सामने आए हैं।
चारा-पानी की तलाश में जंगली जानवर भी शहरों में घुस आए हैं।
ऐसे समय में जानवरों के पानी का ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है।
सड़क पर खाने के इंतजार में बैठे बंदरों को केले देता एक शख्स।
लॉक डाउन के कारण स्ट्रीट डॉग्स खाने की बहुत परेशानी हो रही है।
जीव-जंतुओं का ख्याल रखने वालीं बहुत सारी संस्थाएं और लोग इन दिनों सक्रिय हैं।