1. द्रास: हम जिस ठंडे शहर की बात कर रहे हैं, वो दिखने में बेहद खूबसूरत है। समुद्र तल से लगभग 3280 मीटर ऊंचाई पर बसी यह सिटी द्रास है, जो कारगिले में पड़ता है। यह हाल ही में बने नए राज्य लद्दाख प्रदेश का शहर है। इस शहर को लद्दाख का 'प्रवेश द्वार' भी कहा जाता है। बता दें कि सर्दियों में यहां का तापमान -45 डिग्री तक नीचे लुढ़ककर आ जाता है। जिसकी वजह से इसे दुनिया का सबसे ठंडा शहर भी कहा जाता है। आज से करीब 21 साल पहले 1995 में द्रास में खून जमा देने वाली ठंड पड़ी थी। उस समय यहां का तापमान -60 डिग्री तापमान तक नीचे चला गया था। उसी दिन के बाद से इस शहर को दुनिया का दूसरा सबसे ठंडा शहर माने जाने लगा। बताया जाता है कि उस दौरान यहां कई लोगों की कड़ाके की सर्दी के चलते मौत भी हो गई थी। बता दें कि पूरे विश्व में रूस का साइबेरिया सबसे ज्यादा ठंड़ा इलाका है, जहां के छोटे से गांव ओइमाकॉन भयानक सर्दी पड़ती है। यहां 12 महीने चारों तरफ सफेद बर्फ की चादर ही नजर आती है। बताते हैं कि यहां कभी हाड़-मांस जमकर बर्फ बन सकता है। यानि जरा सी लापरवाही से भी जान जोखिम में पड़ जाती है। यहां पर औसत तापमान माइनस 50 डिग्री के आसपास बना रहता है।