परिजन के मुताबिक, विशाल की बहन वर्षिका की शादी 6 महीने पहले अप्रैल में हुई थी। उसके ससुराल वाले बशीर गांव में एक जमींदार परिवार से हैं। दोनों बच्चों की शादी के बाद पिता रूपराम चिंता मुक्त हो गए थे। हालांकि, रूपराम को अब तक बेटा-बेटी और बहू की मौत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बताते हैं कि विशाल पीलीबंगा में स्कूल चलाता है। दिवाली की छुटि्टयों में घर आया था। यहां परिवार समेत घूमने निकला था। दिवाली के अगले दिन शाम को परिवार के लोग जैसलमेर के लिए रवाना हुए। 6 नवंबर को इन लोगों ने रामदेवरा में धोक लगाई। 7 नवंबर को ये लोग तनोट में देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए निकले थे। इसी दौरान रास्ते में कार अनियंत्रित होकर पलट गई और बड़ा हादसा हो गया।