लेकिन जब स्कूल की एक कल्चरल प्रोग्राम में तस्लीमा उर्फ गौरी नागौरी ने डांस किया तो हर एक स्टूडेंट उनके डांस का मुरीद हो गया। उनके डांस के लिए इतनी तालियां बजी कि नागौरी के पिता ने भी उन्हें सपोर्ट करना शुरू कर दिया। वही तस्लीमा को गौरी नागौरी नाम भी गोरी नाचे नागोरी नाचे गाने के बाद ही मिला है।